गांधी, भारतीय रेल और स्वच्छता
योगेश अवस्थी #yogeshavasthi (यह लेख रेल मंत्रालय द्वारा प्रकाशित पत्रिका भारतीय रेल के अक्टूबर 2018 अंक में प्रकाशित किया गया है ।) भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की कहानी भारतीय रेल के बिना अधूरी है। महात्मा गांधी से लेकर लगभग सभी जाने माने स्वतंत्रता सेनानियों ने स्वतंत्रता आंदोलन को गति देने के लिए भारतीय रेल का सहारा लिया। लेकिन आज हम बात करेंगे , 2 अक्टूबर , 1969 को पोरबंदर (गुजरात) में जन्मे मोहनदास करमचंद गांधी के भारतीय रेल के साथ रहे अटूट रिश्ते की। गांधीजी ने देश के लोगों की समस्याएँ समझने के लिए भारत भ्रमण करते समय तीसरे दर्जे में यात्रा करना पसंद किया। तीसरे दर्जे में यात्रियों की तकलीफें तथा यात्रियों की आदतों की वजह से हो रही गंदगी उनकी चिंता का मुख्य विषय रही। उन्होंने जहाँ रेल प्रबंधकों को यात्री सुविधाओं को सुधारने के लिए पत्र लिखे , वहीं उन्होंने यात्रियों को यात्र के समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए , इसके बारे में लेख तथा विशेष पुस्तिका प्रकाशित कर , निःशुल्क वितरित की। गांधीजी ने अंत तक अपने भाषणों , पत्रों एवं लेखों आदि में रेलवे का उल...